नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख ( cheetah safety commando dogs )में हम जानेगे की कुनो पार्क में लाये गये नामीबिया से 8 चीतों की अब सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो डॉग्स को ट्रेनिग दी जा रही है | कमांडो डॉग्स अब चीतों को शिकार होने से बचा पाएंगे | ये बात सुनकर तो सब को हैरानी हो रही है की चीतों की सुरक्षा अब कुत्ते करेंगे लेकिन ये सच बात है कुनो पार्क में रखे गये 8 चीतों की सुरक्षा अब कमांडो डॉग्स के हाथों दी गयी है |
इसके लिए उनको खास ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वो नामीबिया से लाये 8 चीतों की सुरक्षा करने में सफल रहे आइए ये लेख (cheetah safety commando dogs) में और जानकारी लेते है |
मुख्य बिंदु cheetah safety commando dogs –
- स्पेशल कमांडो डॉग्स को दी जा रही है ट्रेनिंग
- कौनसे पार्क में रखा है चीतों को
- क्यों लाना पड़ा नामीबिया से चीतों को
- कब और कितने चीतों को भारत में लाया गया |
विस्तार cheetah safety commando dogs
दुनिया का सबसे तेज दोड़ने वाला चिता भारत में 1947 के आसपास लास्ट बार देखा गये थे उसके बाद भारत में चीता जानवर की प्रजाति लुप्त हो गयी थी लेकिन Sepetmber 2022 में भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने इस प्रजाति को वापस से एक नया जीवन भारत की धरती पर जन्म दिया है |
नामीबिया से 8 चीते लाये गये थे , जिनमे 5 मादा और 3 नर चीते है जिनको मध्य -प्रदेश के कुनो पार्क में रखा गया है | उनको 15 घंटा की हवाई यात्रा के बाद आते ही उनको भेसो का मांस दिया गया था क्योकि नामीबिया से लाये गये चीते 3 दिन से भूखे थे | जिनमे से भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने एक मादा चीता का नाम आशा रखा है क्योकि 70 साल बाद एक नई आशा के साथ नामीबिया से चीतों को भारत में लाया गया है |
चीतों की सुरक्षा के लिए कमांडो डॉग्स की ट्रेनिंग –
चीता खुद एक तेज रफ़्तार वाला जानवर है उसको सुरक्षा के लिए भारत सरकार कुतो को ट्रेनिंग दे रही है ये बार भारत के हर नागरिक के मन में एक अजीब से हँसी और जिज्ञासा पैदा करती है | आखिर कुतो के भरोसे चिता अपनी सुरक्षा करेंगे लेकिन ये बार सच है चीतों की सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है |
हरियाणा के पंचकुला के आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी जारी है देखिये इन कुतो को अब चीतों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जायेगा | ये सुनकर हर इंसान को हँसी आ जाएगी लेकिन भारत सरकर इन चीतों की सुरक्षा को लेकर बहुत ही सक्रिय है |
इस आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर में 6 जर्मन शेफ़र्ड कुतो को ट्रेनिंग दी जा रही है इसके साथ फीमेल डॉग को खासतौर पर ट्रेनिंग दी जा रही अहि जो चीतों को गाइड करेगी |
Kuno park ke Cheeto ki Surksha ke Liye commando dogs शिकारी के लिए और अन्य जानवरों से चीतों की सुरक्षा के लिए रखे जायेंगे जो इन चीतों को गाइड भी करेंगे और उनकी देख -भाल भी |
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सरकार ने 70 साल बाद भारत चीतों की प्रजाति को वापस से एक बार जन्म दिया है | भारत के प्रधानमंत्री ने नामीबिया से 8 चीते लेकर भारत में वापस से चीता प्रजाति को निखारा है अब भारत सरकार चीतों के लिए सुरक्षा को लेकर भी काम में लगी है |
आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर के वेटरनिरी डॉक्टर्स का कहना है की पर्यारण के हिते के लिए स्पेशल कुत्ते ही सुरक्षा के लिए ठीक रहेंगे | ये कुत्ते शिकारी और अन्य जानवरों से इन चीतों की सुरक्षा कर पाएंगे | ये कहने पर एक कुत्ते है लेकिन ये मनुष्य से भी ज्यादा एक्टिव और सुरक्षा दे सकते है यदि इनको सही तरीके से ट्रेनिंग दिया जाये तो |
इसलिए भारत सरकार ने भी उन डोक्टेर्स की राय को ठीक समझकर ये फैसला लिया की 8 चीतों का ध्यान अब इन स्पेशल कमांडो डॉग्स ही करेंगे |
क्या खास बात होती है कुत्तो में
आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर के आईजी कहते है की मनुष्य और अन्य जानवरों में सबसे ज्यादा सूघने की ताकत कुतो में होती है जो किसी भी शिकारी को सूघने में बहुत ही जल्दी सूंघकर पता लगा सके है |
सरकार का ये मानना है की शिकारी हमेशा बड़े जानवरों का शिकार करके इनके अंग बेच देता है जो हर किसी जगह महंगे बिकते है | शायद इसी कारण से पहले ब्भारत में कई जानवरों की प्रजाति विलुप्त हो गयी है लेकिन सरकार अब इसमें कोई चुक नही करना चाहती है |
कई लोगों ने कहा है की यदि चीतों की सुरक्षा कुते करेंगे तो चीते अच्छे से इस माहोल में नही ढल पाएंगे लेकिन सरकार का ये मानना है की चीतों के लिए भारत की जमीन अभी नई है इसलिए उनको सुरक्षा देना जरुरी है और आप ने तो सुना होगा की अपने जमीन पर तो कुत्ता भी शेर होता है आज ये कहावत सच भी हो गयी है |
FAQ FOR CAMMONDO DOGS
चीतों की सुरक्षा के लिए कितने कुतो को ट्रेनिंग दी जा रही है ?
8 चीतों की सुरक्षा के लिए 5 नर कुत्ते और 1 स्पेशल मादा डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है
डॉग्स को कहा ट्रेनिंग दी जा रही है ?
इन 6 डॉग्स को हरियाणा के पंचकुला आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटरमें ट्रेनिंग दी जा रही है |
डॉग्स का क्या काम रहेगा ?
ये 6 डॉग्स चीतों को किसी शिकारी का शिकार होने से बचायेंगे और इन चीतों की भी सुरक्षा करेंगे |
डॉग्स को कब तक कुनो पार्क में छोड़ा जायेगा ?
इन 6 डॉग्स को अभी पंचकुला के आईटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग देकर तैयार कर रहे है ये डॉग्स (cheetah safety commando dogs) की ट्रेनिंग पूरी होते ही इन्हें पार्क कुनो में चीतों की सुरक्षा के लिए छोड़ दिया जायेगा |
अंतिम शब्द –
आज इस लेख cheetah safety commando dogs में कुनो पार्क में रखे 8 चीतों की सुरक्षा के लिए सरकार ने स्पेशल कमांडो डॉग्स को ट्रेनिंग दी जा रही है | यदि आप कुनो पार्क के अन्य stories पढना चाहते है तो आप लेख के अंदर दिए गये पोस्ट को पढ़े सकते है |