ईद और रमजान क्यों मनाई जाती है ?

सभी जरुरी जानकारी पाने के लिए यहाँ हमसे जुंडे
Facebook Page Join Now
Instagram Page Join Now
Youtube channel Join Now

Eid Ramzan kyu Manate  दोस्तों आज हम ईद और रमजान के बारे में जानते है यदि में आज मुस्लिम समुदाय के अलावा हिन्दू धर्म या अन्य धर्म के किसी भी व्यक्ति से पता करो तो उनको नही पता की ईद और रमजान में क्या फर्क है और इनको मनाने के पीछे का कारण क्या रहा होगा |

दोस्तों में आप सभी और इस दुनिया के हर इन्सान को इस त्यौहार के बारे में जानकारी दूंगा क्योकि हम भारतीय है तो हमे पता होना ही चाहिए की इनमे फर्क क्या है और ( Eid Ramzan kyu Manate) क्यों मनाया जाता है |

भारत में ही नही अन्य देशों के मुस्लिम लोग भी ईद और रमजान के त्यौहार को हर्ष उल्लास के साथ मानते है तो हम सभी भारतीय लोगों को पता होना बहुत जरुरी है तो आज के इस लेख में यही बताउंगा की ईद और रमजान क्यों मनाई जाती है और इनसे जुड़े और कारण |

Eid Ramzan kyu Manate
           Eid Ramzan kyu Manate

 सबसे पहले हम जानते के ईद त्यौहार के बारे में जानते है – 

ईद का मतलब –

ईद का अर्थ हिन्दी में त्यौहार या कोई पर्व | ईद शब्द का अर्थ अरबी और फारसी में खुशी या जोश या हर्षोल्लास के रूप में देखा गया है |  ईद 2 प्रकार से मनाई जाती है जो इस्लामिक केलेन्डर के अनुसार 1 वर्ष में 2 बार मनाई जाती है पहली ईद उल -जुहा और दूसरी मीठी ईद |

ईद क्यों मनाई जाती है-

मुस्लिम समाज के लिए ईद सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है इस त्यौहार को पूरी दुनिया में मुस्लमान बहुत खुशी और जोश के साथ मनाया जाता है | मुस्लिम ग्रंथो के हिसाब से बताया गया है जब बद्र का युद्ध हुआ था तब हजरत मोह्हमद को जीत हासिल हुई थी , तब मुसल्मान लोगों ने पहली बार ख़ुशी से ईद मनाई थी तब से आज तक पूरी दुनिया में ईद को बहुत हो जोश के साथ मनाई जाती है |

ईद के दिन मुस्लमान एक दुसरे के गले लगते है और इस दुसरे को गिफ्ट देते है और एक दुसरे से भाईचारा बढाने की कोशिश करते है | और घर में सब लोग अलग -अलग तरह के मिठाई बनाया करते है |

ईद कब मनाई जाती है –

ईद उल – फितर या मीठी ईद को रमजान से ठीक एक महीने के बाद मनाई जाती है इसके साथ इस्लामिक ग्रंथो के हिसाब से शवाल महीने में ये एक नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है |

जब पहली बार इस महीने में आधा चाँद इनको नजर आता है उसके बाद ही ईद को ममी जाती है |

ईद एक हिन्दू धर्म में दिवाली को सबसे बड़ा और पवित्र त्यौहार माना जाता है वेसे ही मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए मीठी ईद अच्छा त्यौहार है जिसमे प्यार और भाईचारा बढ़ाते है |

हर साल एक तारीख पर नही आती ईद-

हिन्दू धर्म में  जितने भी बड़े त्यौहार है जैसे होली , दिवाली की तारीख बदलती है वेसे ही मुस्लिम में भी मीठी ईद को कोई फिक्स तारीख पर नही मनाई जाती है इसका कारण ये है की मीठी ईद को हिजरी कलेंडर के हिसाब से मनाई जाती है |

जो चन्द्रमा के अलग – अलग चरणों के हिसाब से मनाया जाता है हर बार चंद्रमा के चरण अलग – अलग होते है | उसी हिसाब से अर्ध चन्द्र होता है जब मुस्लिम समुदाय के लोग अर्धचंद देखने के बाद ही अपनी मीठी ईद बनांते है इसलिए वो कोई तारीख का इन्तजार नही करते है वो सिर्फ अर्धचन्द्र का के हिसाब से अपनी मीठी ईद मानते है |

Eid Ramzan kyu Manate
           फोटो – Istockphoto

मीठी ईद कैसे मनाई जाती है –

मुस्लिम समुदाय के लिए ये त्यौहार सबसे बड़ा त्यौहार के रूप में माना जाता है इस दिन घरो में मीठे पकवान , खासतौर पर सेवई बनाई जाती है | इस दिन पूरी दुनिया के मुस्लिम लोग सेवई बनाते ही है |

इस दिन लोग सुबह जल्दी उठकर नहा – धोकर नए कपड़े पहनते है और अपने घरो और अपनी मज्जिद को सजाते है और उनपर लाइटिंग की जत्ती है | फिर मज्जिद में जाकर नमाज पढ़ी जाती है |

उसके बाद मुस्लिम सुमदाय में ऐसा रीती है की हर एक इन्सान को रमजान में फित्तरा देना पड़ता है जिसमे हर व्यक्ति गरीबो या असहाय व्यक्ति को 2 किलो अनाज या उनको खाना खिलाता है ये गरीबो को देकर उनको सुकून की अनुभूति मिलती है |

चाँद का महत्व और अल्लाह का शुक्रिया क्यों करते है-

मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग एक विशेष कलेंडर को मानते है जिसमे चंद्रमा की उपस्थिति और उसके अवलोकन के आधार पर निर्धारित किया गया है | इसके अनुसार ही रमजान के महीने के बाद ईद का चाँद नजर आता है |

रमजान के पाक महीने की शुरुआत चाँद के दीदार से ही होती है और ये खतम भी चाँद से ही होती है |

मुस्लिम लोग ईद के दिन अल्लाह का शुक्रिया इसलिए अदा करते है की क्योकि अल्लाह ने इन्हें 30 दिन तक रोजे रखने की ताकत दी है जो एक बहुत ही मुश्किल होता है की पूरा महिना आप एक समय खाना खाकर निकल सको |

रमजान के महीने ये लोग बहुत दान करते है क्योकि इसके पीछे की ये मान्यता है की ये लोग यदि रमजान में जीतना दाल करते है उसका फल इनको दोगुना ही मिलता है इसलिए रमजान के महीने में ये समुदाय सबसे ज्यादा दान करता हुआ आपको मिलेगा |

Eid Ramzan kyu Manate
                   Photo – Pixabay

रमजान क्यों मनाया जाता है जानते है इसके बारे में –

रमजान के बारे में अब बात करेंगे जैसा की मैने ऊपर ईद के बारे में पूरी जानकारी दी है अब में आपको रमजान के बारे में जानकारी दूंगा –

रमजान का क्या अर्थ होता है –

रमजान शब्द फारसी और उर्दू भाषा का शब्द है जो इस्लामी कलेंडर के हिसाब से 9 वा महिना गिना जाता है | रमजान का अर्थ यदि हम देखे तो तेज गर्मी या अकाल या सूखापन से है |

रमजान क्यों बनाया जाता है-

रमजान मुस्लिम सुमदाय के लिए एक पवित्र त्यौहार है जो हर एक मुस्लिम इस धर्म को पूरा करता है | इस महीने से ही कुरान बोलना शुरू हुआ था और इस महीने पूरा महिना मुस्लिम समुदाय रोजे रखता है चाहे वो बच्चा या बड़ा इन्सान हो |

ये 30 दिन उनके लिए एक ट्रेनिंग से कम नही होते क्योकि इन 30 दिनों में उन्हें बुरे कामो से दूर रहना है जैसे की पान – गुटखा , शराब आदि चीजो से दूर रहना पड़ता है |30 दिन में रोजे के समय वो चाँद के उगने से पहले से लेकर सूरज के ढलने के बाद तक होता है |

ये लोग सूरज निकलने से पहले ही लोग रोजा रखने की दुआ पढ़कर अपना रोजा खोलते है बहुत से इनमे लोग खजूर से ही अपना रोजा खोलते है फिर पूरा दिन ये उपवास करते है फिर  सूरज के ढलने के बाद ये रोजा पढकर ही खाना खाते है और इसी तरह ये पुरे उस गर्मी के महीने में अपना रोजा पूरा करते है |

रोजा क्यों रखा जाता है ?

इस्लामी ग्रंथो से हिसाब से बताया जाता है की रमजान में अल्लाह की खास रहमत इनके ऊपर रहती है यदि इस्लाम समुदाय का कोई भी व्यक्ति सच्चे दिल से रोजे पुरे करता है तो अल्लाह उसका बारे बुरे काम को माफ़ कर देता है और उसके पाप का नाश हो जाता है और इस समय जिस व्यक्ति ने गरीब को अच्छे से खाना खिल्य अलाह उस पर मेहरबान होते है |

रोजे रखने का दूसरा कारण की 30 दिन यदि आप भूखे – प्यासे रहते हो तो आपको गरीबो और जो लोग भोजन के लिए तरसते है उनकी कीमत और उनका दर्द आप जान सकोगे इसलिए आप उनको रोजे खतम होने के बाद उनका ध्यान रख सको |

रमजान को कैसे मनाया जाता है ?

रमजान के महीने मुस्लिम समुदाय के लोग 30 दिन तक रोजे रखते है जिससे दिन के समय में ना तो खाते है ना कुछ पिटे है और इन 30 दिन के दौरान ना किसी से लड़ाई – झगडा करते है |

किसी भी बुरी आदत का सेवन नही करते ये एक पवित्रता से निभाया जाता है जिससे अल्लाह इनके रोजे से खुश होकर इनकी इच्छा पूरी करते है ये रमजान पुरे 12 महीने में से एक ऐसा पवित्र महिना होता है जिससे सबसे ज्यादा दान करते है और इस दान किये हुए का इनको बहुत अच्छा माना जाता है मुस्लिम ग्रथो के हिसाब से इस महीने में किया हुआ दान सबसे अच्छा दान माना गया है |

यह भी पढ़े –

सार – 

दोस्तों आज की इस लेख में आपको मैने बताया की ईद और रमजान (Eid Ramzan kyu Manate) क्यों मनाया जाता है और इनका अर्थ क्या होता है वो भी बताया हु | दोस्तों इस लेख को सभी अपने ग्रुप में शेयर करिये ताकि मुस्लिम समुदाय के लोगों के अलावा भी लोगों को ईद और रमजान त्योहारों के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए |

मेरा नाम गणेश चौधरी है। मैं आपको हिंदी में ब्लॉगिंग के माध्यम से टेक्नोलॉजी, करंट अफेयर्स, आदि के बारे में जानकारी देता हूँ। दिल की गहराइयों से एक बार फिर आपका स्वागत है। शुक्रिया

1 thought on “ईद और रमजान क्यों मनाई जाती है ?”

  1. Thank you so much aapne bhut hi acche se eid or ramzan ke bare me jankari diya hai kyoki muslim samuday ke logo ke allwa kisi ko pta hi mhi ki aakhir eid or ramzan kyo manaya jata hai .

    Reply

Leave a Comment

श्रीलंका ने 20 साल में जीता पहला महिला एशिया कप , भारत का टूटा दिल पेरिस 2024 : भारत के बलराज पंवार एकल स्किल्स में पहुचें क्वार्टर फाइनल में बारिश में खाने के लिए बेसन की 5 खास चीज़ें डोनाल्ड ट्रंप पर गनशूट का हमला हुआ जोसेफ राधिक फोटोग्राफी के लिए प्रतिदिन 150000 चार्ज करते थे हल्दी लुक में राधिका मर्चेंट अनंत-राधिका विवाह समारोह में 100 से अधिक जेट विमान किराये पर अनंत अंबानी-राधिका मर्चेंट की शादी का खर्चा अनंत अंबानी कलगी कीमत और खासियत अनंत अंबानी ने अपने करीबी दोस्तों को 3.25 करोड़ ऑडेमर्स पिगुएट घड़ी दी