दुनिया की दूसरी सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी, 10 हजार स्टूडेंट्स, 2700 टीचर, 300 कमरे, रहना-खाना बिल्कुल फ्री
नालन्दा विश्वविद्यालय भारत के बिहार राज्य में नालंदा जिले के राजगीर में स्थित एक सार्वजनिक केंद्रीय विश्वविद्यालय है।
नालंदा विश्वविद्यालय को तक्षशिला के बाद दुनिया का दूसरा सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय माना जाता है.
नालंदा की स्थापना 5वीं सदी में हुई थी और इसका अस्तित्व 800 सालों तक रहा |
इसमें 9 मंजिला पुस्तकालय था.जिसमें लगभग 4 लाख से भी ज्यादा किताबें हुआ करती थी,
नालंदा यूनिवर्सिटी में 300 कमरे थे.नि:शुल्क शिक्षा के साथ ही वहां रहना-खाना भी फ्री में होता था.
नालंदा में 2700 से ज्यादा शिक्षक भी थे.नालंदा दुनिया के पहले अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है जिसमें अंतरराष्ट्रीय बच्चे भी पढ़ने आते थे.
यहां साहित्य, ज्योतिष, मनोविज्ञान, कानून, एस्ट्रोनॉमी, साइंस, वॉरफेयर, इतिहास, गणित, आर्किटेक्टर, लैंग्वेज साइंस, अर्थशास्त्र, मेडिसिन समेत कई विषय पढ़ाए जाते थे.