खरगोश और कछुए की रेस की कहानी फिर से यादगार करते हैं

हर कोई अपने बचपन मे खरगोश और कछुए की कहानी सुना ही होगा 

आज इस कहानी में फिर से ताजा करते हैं।

कहानी कुछ इस प्रकार थी एक बार जंगल में खरगोश और कछुए के बीच में दौड़ की शर्त लगी।

इस शर्त में जो सबसे पहले पहुंचेगा वही उस दौड़ का विनर बनेगा।

खरगोश को अपने तेज भागने पर बहुत घमंड था,दौड़ शुरू हुई ।

खरगोश को लगा कि में तो अभी चंद समय में अपनी जगह पहुंच जाऊँगा। 

कछुए ने धीरे-धीरे चलना शुरू किया और चलता रहा। 

खरगोश शुरू में तेज भागता है और रास्ते मे ये सोचकर सो जाता है कि कछुआ से पहले में ही पहुंच जाऊँगा। 

लेकिन खरगोश को तेज आंख लग जाती है और कछुआ धीरे-धीरे अपनी जगह पहुंच जाता है। 

जब खरगोश जागता है और अपनी जगह पहुचते ही देखता है कि कछुआ वहां पहले से पहुच जाता है।

आखिर में जीत कछुए की होती है इससे ये सिख मिलती है कभी घमंड मत करो अपने आप पर |