॥आरती बाबा श्री चतुरदास जी महाराज की ॥
आरती बाबा श्री चतुरदास जी महाराज की ॥
बाबा श्री चतुरदास जी महाराज की॥
ॐ जय चतुरदास हरे, स्वामी जय चतुरदास हरे।
संत कृपा से जग में, तन मनपी टरे।। ॐ ।।
चारण कुल कविता शाखा, संता जनम लियो ।
जगत असार लगा बचपन से, वैरागी पंथ लियो ।। ॐ ।।
बुटाटी तव धाम उजागर, आगत रोग झरे।
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे, तिनके काज सरे ।। ॐ ।।
वात व्याधि निवारक स्वामी पक्षाघात हरे ।
फेरी सात सफल दुःखहारी, जनमन मोद भरे ।। ॐ ।।
त्र मंत्र सिद्ध बढ़ ज्ञानी, जन मन सुखदाता।
मृत्यु प्राप्त गौ जीवित कर दी, जय-जय जीवन दाता ॥ ॐ ॥
एकदशी द्वादशी धवली, कार्ति मास परे।
दो दिन का मेला मन भावन, मनसा पूरी करे ।। ॐ ।।
यह आती स्वामीजी की, प्रेम सहित गावे ।
” श्री राम” सदा सुख पावे, कर्म सुधर जावे ।। ॐ ।।
लकवे को मात्र 7 परिक्रमा से ही दिलाये मुक्ति Butati Dham Mandir Rajasthan